BNP NEWS DESK। External Affairs Minister S Jaishankar विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर एयरपोर्ट पहुंचने पर कहा कि यह तो बाबा की नगरी है। यहां आना सौभाग्य की बात है। दुनिया की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाले जी-20 देशों के मंत्री समूह 11 से 13 जून तक वाराणसी में शहरी विकास पर मंथन करेंगे। इस बैठक का नेतृत्व डा. एस जयशंकर कर रहे हैं।
External Affairs Minister S Jaishankar भारतीय विदेश नीति के तहत देशहित में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सख्त लहजे में सीधी बात रखने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर काशी पहुंचते ही आनंदित एवं प्रसन्नचित्त नजर नजर आए। स्वागत में खड़े लोगों का भारतीय परंपरा अनुसार हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया।
इस दरम्यान खास पल तब बना जब काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल ने “काशी में आपका स्वागत है” कहते हुए अंगवस्त्रम ओढ़ाकर उनका स्वागत व अभिवादन किया। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह तो बाबा की नगरी है।
काशी में 12 जून को जी-20 के विकास मंत्रियों की बैठक होगी। इसमें आर्थिक मंदी, ऋण संकट, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, प्रदूषण और जैव विविधता के नुकसान, बढ़ती गरीबी और असमानता, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा, जीवन-यापन के संकट सहित वैश्विक आपूर्ति- श्रृंखला व्यवधान और भू-राजनीतिक संघर्ष और तनाव पर मंथन होगा। प्रधानमंत्री के वीडियो संदेश से शुरू होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर करेंगे। विदेश मंत्री इस बैठक में शामिल होने के लिए चार दिवसीय काशी यात्रा पर शनिवार की शाम यहां पहुंचे।
दूसरी तरफ इस बैठक में शामिल होने के लिए प्रतिनिधि रविवार को पहुंचेंगे। काशी में मेहमानों के स्वागत के लिए विशेष तैयारी की गई है। एयरपोर्ट पर मेहमानों का स्वागत डमरू की नाद से किया जाएगा।
जी 20 की इस महत्वपूर्ण बैठक में सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) की उपलब्धि में तेजी लाने को सामूहिक रूप से सहमत होने और विकास, पर्यावरण और जलवायु एजेंडे के बीच तालमेल को बढ़ावा देने का एक अवसर होगा। वाराणसी बैठक में लिए गए निर्णय संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य शिखर सम्मेलन में भी योगदान देंगे जो सितंबर में न्यूयार्क में होगा।
दो सत्र में दीन दयाल हस्तकला संकुल बड़ालालपुर में होने वाली इस बैठक में दो प्रमुख विषय सतत विकास लक्ष्य की दिशा में त्वरित प्रगति के लिए सामूहिक कार्रवाई व और दूसरा हरित विकास एक जीवन शैली दृष्टिकोण के अंतर्गत सभी अन्य निर्धारित विषयों पर पर मंथन प्रस्तावित है। इस बैठक में 200 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
मेहमानों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था
वाराणसी में जी-20 के मेहमानों की त्रिस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के सुरक्षा मानकों पर दो सौ जवानों की तैनाती की गई है। पिछली बार अप्रैल माह में सम्मेलन के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वालों को दोबारा दायित्व दिया गया है। आगरा और लखनऊ से खास प्रशिक्षित 100-100 जवानों को बुलाया गया है।
वहीं एनडीआरएफ की टीम, रेस्क्यू मोटर बोट, वाटर एंबुलेंस और बचावकर्मियों के साथ गंगा नदी के घाटों पर भी सुरक्षा कर्मी मौजूद होंगे। इन टीमों में गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बाय व अन्य बचाव उपकरण शामिल होगें। इसके साथ ही जी-20 के बैठक वाले स्थानों पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ के विशेष प्रशिक्षित दस्तों को अत्याधुनिक राहत व बचाव उपकरणों के साथ तैनात किया गया है।
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External Affairs Minister S Jaishankar
External Affairs Minister S Jaishankar विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर एयरपोर्ट पहुंचने पर कहा कि यह तो बाबा की नगरी है।
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