BNP NEWS DESK। Lal Krishna Advani सामाजिक न्याय के पुरोधा कर्पुरी ठाकुर के बाद मोदी सरकार ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और हिंदुत्व को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाने वाले लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी देते हुए इसे भाजपा कार्यकर्ताओं के संघर्षों का सम्मान बताया। कुशल संगठनकर्ता और राम मंदिर आंदोलन को जन-जन तक पहुंचाने वाले आडवाणी को भारत रत्न दिये जाने का राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत भाजपा के तमाम मंत्रियों, नेताओं के साथ-साथ शरद पवार जैसे विपक्ष के नेताओं ने भी स्वागत किया है।
रामरथ यात्रा के सहारे इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाने में आडवाणी की अहम भूमिका रही है
Lal Krishna Advani अयोध्या में भव्य राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने के फैसले को अहम माना जा रहा है। 1989 में पालमपुर की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राम मंदिर निर्माण को भाजपा को उद्देश्य बनाने और उसके बाद 1990 में रामरथ यात्रा के सहारे इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाने में आडवाणी की अहम भूमिका रही है। कर्पुरी ठाकुर को भारत रत्न देकर जहां मोदी सरकार ने सामाजिक न्याय और समाजवाद की मूल विचारधारा को सम्मानित किया, वहीं आडवाणी को भारत रत्न देकर उनके साथ राम जन्मभूमि आंदोलन के दशकों तक संघर्ष करने वाले करोड़ कार्यकर्ताओं के योगदान को सम्मान दिया।
भाजपा के हर एक कार्यकर्ता के लिए गर्व और गौरव का दिन
प्रधानमंत्री मोदी ने खुद लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात कर उन्हें भारत रत्न दिये जाने की जानकारी दी। आडवाणी के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि ये सम्मान सभी कार्यकर्ताओं के साथ ही उस विचारधारा का भी सम्मान है जो राष्ट्र प्रथम को लेकर चलती है। इस अवसर पर उन्होंने दो सांसदों वाली पार्टी से सत्ता के शिखर तक पहुंचाने वाले लालकृष्ण आडवाणी और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाने वाले कार्यकर्ताओं के संघर्षों को भी याद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे भाजपा के हर एक कार्यकर्ता के लिए गर्व और गौरव का दिन बताया। Lal Krishna Advani
भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने में भी उनकी महती भूमिका रही
लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिये जाने पर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हर भारतवासी के लिए हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने में भी उनकी महती भूमिका रही है। राजनाथ सिंह ने एक राष्ट्रीय नेता के रूप में आडवाणी की विद्वता, संसदीय एवं प्रशासनिक क्षमता से देश और लोकतंत्र को मजबूत करने में उनके योगदान को याद किया।
लालकृष्ण आडवाणी के संसदीय क्षेत्र गांधीनगर के लंबे समय तक प्रभारी रहे गृहमंत्री अमित शाह ने अत्यंत प्रसन्नता जताते हुए कहा कि वे आजीवन नि:स्वार्थ भाव से देश और देशवासियों की सेवा में समर्पित रहे हैं। देश के उप-प्रधानमंत्री जैसे विभिन्न संवैधानिक दायित्वों पर रहते हुए उन्होंने अपने ²ढ़ नेतृत्व से देश की सुरक्षा, एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व कार्य किये।
उन्होंने कहा कि ”आडवाणी जी को भारतीय राजनीति में प्रामाणिकता के मानक तय करने वाले राजनेता के रूप में जाना जाता है। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने देश, संस्कृति और जनता से जुड़े मुद्दों के लिए अथक संघर्ष किया। पार्टी और विचारधारा के प्रति उनके विराट योगदान को शब्दों में समाहित नहीं किया जा सकता।” उन्होंने इसे करोड़ों देशवासियों का सम्मान बताया। उनके अनुसार आडवाणी के लंबे सार्वजनिक जीवन में अनेक भूमिका निभाते हुए देश के विकास और राष्ट्रनिर्माण में जो महत्वपूर्ण योगदान किया है, वह अविस्मरणीय और प्रेरणास्पद है।
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सामाजिक न्याय के पुरोधा कर्पुरी ठाकुर के बाद मोदी सरकार ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और हिंदुत्व को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाने वाले लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला किया है।
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