BNP NEWS DESK। UTS on mobile app मेमू, पैसेंजर, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के जनरल टिकट के लिए अब यात्रियों को लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। स्मार्ट मोबाइल फोन पर अनारक्षित टिकटों को ‘यूटीएस आन मोबाइल एप’ के माध्यम से स्टेशनों पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर बनाया जा सकेगा। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने लखनऊ सहित 15 स्टेशनों पर क्यूआर कोड स्कैन की सुविधा शुरू की है।
UTS on mobile app रेलवे ने पहले यूटीएस आन मोबाइल एप की सुविधा शुरू की थी। इस एप के जरिये आरंभिक और गंतव्य स्टेशन का नाम, तारीख लिखकर जनरल टिकट बन रहा था। अब यात्रियों का समय बचाने के लिए रेलवे ने क्यूआर कोड आधारित जनरल टिकट प्रणाली को भी शुरू कर दिया है।
लखनऊ, वाराणसी, अकबरपुर, अयोध्या, अयोध्या कैंट, जंघई, जौनपुर, मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़, उन्नाव, प्रयाग, प्रयागराज, रायबरेली, शाहगंज, सुलतानपुर एवं लोहता स्टेशनों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं।
बार कोड को स्कैन करने के लिए यात्री को अपने प्ले स्टोर पर डाउनलोड यूटीएस आन मोबाइल एप को खोलना होगा। पेपरलेस टिकट के विकल्प को खोलते ही बार कोड स्कैनर दिखेगा, स्कैनर को बार कोड के सामने लाते ही आरंभिक स्टेशन का नाम आ जाएगा।
यात्री को स्टेशन परिसर से 20 मीटर बाहर होना रहेगा
रेलवे वालेट, यूपीआइ, डेबिट, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से भुगतान करते हुए पेपरलेस टिकट यात्री को उनके एप में ही प्राप्त हो जाएगा। टीटीई के मांगने पर एप में शो योर टिकट विकल्प से अपना टिकट दिखाया जा सकेगा। इसी एप से प्लेटफार्म और सुपरफास्ट टिकट भी बनाए जा सकेंगे।
क्यूआर कोड के बिना मैन्यूअल तरीके से एप में जानकारी भरकर टिकट बनाने के लिए यात्री को स्टेशन परिसर से 20 मीटर बाहर होना रहेगा। यह व्यवस्था जीपीएस आधारित होगी, ऐसे में किसी दूसरे शहर जाकर बार कोड को स्कैन नहीं किया जा सकेगा।
अभी 15 स्टेशनों पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत क्यूआर कोड से जनरल टिकट देने की सुविधा शुरू हुई है। शेष स्टेशनों पर भी यह सुविधा जल्द मिलेगी।
रेखा शर्मा, सीनियर डीसीएम लखनऊ
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UTS on mobile app
UTS on mobile app मेमू, पैसेंजर, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के जनरल टिकट के लिए अब यात्रियों को लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा।
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