BNP NEWS DESK। Panna Tiger Death टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों के शिकार के मामले सामने आते रहते हैं। इसी तरह पन्ना जिले के उत्तरी वनमंडल में विचित्र मामला सामने आया। बुधवार सुबह क्लच तार से बने फंदे पर लटका हुआ बाघ का शव मिला है। फंदा एक पेड़ की शाखा पर बना था और शव जमीन से छू रहा था।
Panna Tiger Death शव विक्रमपुर गांव में नर्सरी के पास एक पेड़ से लटका मिला है। बाघ को इस तरह से फंदा लगाकर लटकाने का मामला आश्चर्य का विषय बना हुआ है। उसके शिकार की आशंका जताई जा रही है। वन विभाग और पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंच गई है। जांच जारी है।
“टाइगर अभी ज़िंदा है” कहने वाले ‘माफिया’ सत्ता के नशे में है। असली टाइगर शिकार के फंदे में है।
पन्ना टाइगर रिज़र्व में टाइगर का शव लटका हुआ मिला, जैसे सुसाइड किया हो!
मप्र की पहचान माफिया से नहीं टाइगर से है।
इसलिये माफियाराज की विदाई तय है। #मामा_ही_माफिया_है। pic.twitter.com/hsg5yapSgf
— Anand Jat आनन्द जाट🇮🇳 (@aanandjat) December 7, 2022
तीन-चार दिन पहले हुई मौत
वन अधिकारियों के मुताबिक शिकारियों द्वारा जंगल में लगाए गए फंदे की चपेट में आने से इस युवा बाघ की असमय दर्दनाक मौत हुई है। शिकारियों के फंदे के तार में फंसकर बाघ ने दम तोड़ा है। अनुमान है कि बाघकी मौत तीन-चार दिन पूर्व हुई होगी लेकिन बाघ के फंदे में फंसने व मौत की खबर वन अमले को मंगलवार की शाम को लगी।
सीसीएफ छतरपुर संजीव झा ने बताया कि तक़रीबन दो वर्ष की उम्र के नर बाघ की मौत तार के फंदे से हुई है।
फंदा लगाने वाले शिकारियों की खोजबीन जारी है। डाग स्क्वाड और एसटीएफ शिकार के इस मामले में तैनात किए गए हैं। मृत बाघ का पोस्टमार्टम वन्य प्राणी चिकित्सक डा. संजीव कुमार गुप्ता ने किया, इसके बाद बाघ के शव को वन अधिकारियों व एनटीसीए के प्रतिनिधि की मौजूदगी में जला दिया।
शिकारियों की खोजबीन
सीसीएफ छतरपुर संजीव झा ने बताया कि करीब दो वर्ष की उम्र के इस नर बाघ की मौत तार के फंदे से हुई है। फंदा लगाने वाले शिकारियों की खोजबीन की जा रही है। इसके लिए डाग स्क्वाड का भी सहारा लिया जा रहा है। झा ने बताया कि भोपाल से एसटीएफ की टीम भी पन्ना आ रही है जो शिकार के इस मामले की तहकीकात करेगी।
बता दें, कि क्लच तार दो पहिया वाहनों के क्लच में उपयोग होता है और यह काफी मजबूत होता है। इससे फंदा लगाकर बाघों के शिकार के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
2009 में नहीं बचा था एक भी टाइगर
पन्ना टाइगर रिजर्व में 70 से भी अधिक बाघ हैं जो नए ठिकाने की तलाश में कोर व बफर क्षेत्र से बाहर टेरिटोरियल के जंगल पहुंच रहे हैं, जहां वे शिकारियों के जाल में फंस रहे हैं। 2009 में इस टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ नहीं बचा था।
The Review
Panna Tiger Death
Panna Tiger Death टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में बाघों के शिकार के मामले सामने आते रहते हैं। इसी तरह पन्ना जिले के उत्तरी वनमंडल में विचित्र मामला सामने आया।
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