BNP NEWS DESK। Maa Kali Puja कार्तिक कृष्ण अमावस की रात गुरुवार को महाकाली के मंदिरों में देवी के विराट स्वरूप की झांकी सजी। भक्तों ने श्यामा व श्मशानकाली की पूजा आराधना और अनुष्ठान किए। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच चक्षुदान व प्राण प्रतिष्ठा का विधान वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुआ।
Maa Kali Puja मंत्रोच्चार के साथ ही कलश स्थापना हुई। इसके साथ गणेश आदि पंचदेवता की पूजा भी अर्धरात्रि के बाद तक पूजा चलती रही। कूष्माड बलि अर्पित करने के बाद 108 दीपदान किया गया। महानिशा में स्वमंगल-सर्वमंगल की कामना से माता के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की।
पांडेयघाट स्थित प्राचीन सिद्धपीठ तारा मंदिर में मां काली व तारा देवी के विराट स्वरूप का श्रृंगार किया गया। रानीभवानी एंडाउमेंट एस्टेट के तत्वावधान में फूल- मालाओं व आभूषणों से पंच मुंडासन पर विराजमान मां काली व मां तारा देवी का भव्य श्रृंगार किया गया। रात्रि में भगवती का विशेष पूजन-अर्चन किया गया।
सोलह प्रकार के व्यंजनों का महाभोग लगाया गया। पूजन श्रृंगार एवं आरती में हुगली जिला से आये हुए मुख्य पुरोहित पं. सागर पालधी एवं पं. प्रोसेन्जित चक्रवर्ती एवं सहायक पं. स्वरूप चक्रवर्ती के सानिध्य में सम्पन्न किया गया।
काली पूजन में रविन्द्रनाथ बनर्जी, डा. एसएस गांगुली, तारकनाथ गांगुली एडवोकेट, विजय शंकर रस्तोगी, एमएलसी धर्मेन्द्र राय, एसीपी धनंजय मिश्रा, रत्नेश्वर पाण्डेय, धुव्र पाण्डेय, प्रबंधक श्यामा प्रसाद कुंडू आदि मौजूद थे।
शवशिवा काली मंदिर परिसर में पंचमुंडी आसान पर विराजमान शिव और काली का पूजन किया गया।
दशाश्वमेध के खालिसपुरा स्थित सिद्धिकाली माता आश्रम में रात आठ बजे से पूजा-अर्चना शुरू की गई। लक्सा स्थित श्रीरामकृष्ण अद्वैत आश्रम, दशाश्वमेध क्षेत्र के खालिसपुरा स्थित इंटरनेशनल वेदांत सोसायटी, पांडेयपुर-पहड़िया रोड स्थित काली मंदिर, सोनारपुरा में कूचबिहार काली बाड़ी में भी देवी के दर्शन पूजन को शाम से रात तक भीड़ लगी रही।
पूजा मंडपों में अलग ही नजारा
बंगीय बहुल बस्तियों में स्थापित पूजा पंडालों में अलग ही नजारा था। उनमें पूजा अराधना के लिए बंगीय परिवार शाम से ही जुटे रहे। देवनाथपुरा स्थित नवसंघ पूजा पंडाल में श्मशान काली की प्रतिमा सजाई गई। देवी की प्रतिमा के अगल बगल डाकिनी-योगिनी और रक्तबीज और कालासुर। वाणी संघ के सोनारपुरा स्थित पंडाल में रात 10 बजे अनुष्ठान शुरू किए गए। पूर्वोत्तर रेलवे प्रेक्षागृह में एनईआर यूथ क्लब, काशी दुर्गोत्सव सम्मिलनी, बीडीएस की ओर से पांडेय हवेली सहित कई और अन्य जगहों में पूजनोत्सव का आयोजन किया गया।
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Maa Kali Puja
कार्तिक कृष्ण अमावस की रात गुरुवार को महाकाली के मंदिरों में देवी के विराट स्वरूप की झांकी सजी।
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