BNP NEWS DESK। murder of teacher मूल्यांकन के लिए वाराणसी से यूपी बोर्ड की कापियां लेकर आ रहे हेड कांस्टेबल ने सरकारी कार्बाइन से गोलियां बरसाकर शिक्षक की हत्या कर दी। शिक्षक और हेड कांस्टेबल तथा अन्य कर्मी कंटेनर में वाराणसी से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर आए थे। हेड कांस्टेबल नशे में था और बार-बार तंबाकू मांग रहा था। विरोध करने पर उसने शिक्षक पर कार्बाइन से ताबड़तोड़ गालियां चला दीं।
murder of teacher पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर कार्बाइन कब्जे में ले ली। स्वजन के पहुंचने पर मुकदमा दर्ज होगा। इसके बाद मुजफ्फरनगर सहित प्रदेश के कई जिलों में यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षक कार्य बहिष्कार पर चले गए। शिक्षकों की मांग है कि हत्यारोपित के विरुद्ध रासुका लगाई जाए।
भविष्य में शिक्षकों को ट्रक या कंटेनर में ड्यूटी पर नहीं भेजा जाए
भविष्य में शिक्षकों को ट्रक या कंटेनर में ड्यूटी पर नहीं भेजा जाए। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय) के प्रदेश महामंत्री आशीष कुमार सिंह ने कहा कि अगले तीन दिन में सरकार ने इस दिशा में निर्णय नहीं लिया तो शिक्षक संघ पूरे प्रदेश में मूल्यांकन का बहिष्कार करेगा। murder of teacher
गत 14 मार्च को वाराणसी से एक कंटेनर यूपी इंटर बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका लेकर चला था। कंटेनर के साथ शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार और सुरक्षा की दृष्टि से वाराणसी पुलिस लाइंस में तैनात दारोगा नागेंद्र सिंह चौहान मय पिस्टल व हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश कार्बाइन के साथ थे। इनके साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेंद्र मौर्य व कृष्ण प्रताप भी थे।
सभी लोग प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर जिले में कापियां उतारते हुए रविवार रात लगभग एक बजे मुजफ्फरनगर में एसडी इंटर कालेज पहुंचे। कालेज का गेट बंद होने के कारण चालक साधु यादव ने कंटेनर को कालेज के गेट के पास ही खड़ा कर दिया। शिक्षक संतोष कुमार और दारोगा नागेंद्र सिंह चालक के केबिन में आराम करने लगे, जबकि पीछे की तरफ शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश और दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आराम कर रहे थे।
रात करीब डेढ़ बजे हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश ने कार्बाइन से गोलियां बरसाकर अध्यापक धर्मेंद्र कुमार की हत्या कर दी। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत व सिविल लाइंस थाना प्रभारी ओम प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे और हेड कांस्टेबल चंद्र प्रकाश को गिरफ्तार कर कार्बाइन कब्जे में ले ली।
सिविल लाइंस थाना प्रभारी ने बताया कि अभी धर्मेंद्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है पर उनके शरीर के तीन गोली आरपार निकली मिली हैं, जबकि आधा दर्जन से अधिक गोलियां कंटेनर को छलनी करते हुए निकल गई।
शराब के नशे में बार-बार मांग रहा था तंबाकू
एसपी सिटी ने बताया कि हेड कांस्टेबल शराब के नशे में था और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से बार-बार तंबाकू मांग रहा था। शिक्षक धर्मेंद्र कुमार ने विरोध किया तो हेड कांस्टेबल ने उसकी हत्या कर दी। एसपी सिटी ने बताया कि धर्मेंद्र कुमार के स्वजन को सूचित कर दिया गया है। उनके आने पर मुकदमा दर्ज होगा।
शिक्षकों ने लगाया जाम
अध्यापक धर्मेंद्र की हत्या की जानकारी मिलते ही शिक्षकों ने चौधरी छोटूराम इंटर कालेज के बाहर सुबह 11 बजे सड़क पर धरना देकर जाम लगा दिया। मूल्यांकन का बहिष्कार करते हुए आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व मृतक के स्वजन को आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर रहे थे। डीएम के आश्वासन के बाद शिक्षकों ने छह घंटे बाद शाम चार बजे धरना समाप्त कर दिया।
50 प्रतिशत प्रभावित हुआ मूल्यांकन कार्य
शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुए कार्य बहिष्कार से 50 प्रतिशत मूल्यांकन कार्य प्रभावित हुआ है। वाराणसी, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, चित्रकूट, लखनऊ सहित दर्जन भर जिलों में पूर्णतया मूल्यांकन कार्य प्रभावित रहा। कई जनपदों में आंशिक प्रभाव रहा। सचिव ने सभी डीआइओएस को निर्देश दिए हैं कि शिक्षक नेताओं से वार्ता कर समझाएं। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद के साथ आरोपित पर कार्रवाई की जा रही है। साढ़े छह बजे सभी डीआइओएस के साथ यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल इसी विषय पर गूगल मीट करेंगे, ताकि मंगलवार से मूल्यांकन सुचारु रूप से हो सके।
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मूल्यांकन के लिए वाराणसी से यूपी बोर्ड की कापियां लेकर आ रहे हेड कांस्टेबल ने सरकारी कार्बाइन से गोलियां बरसाकर शिक्षक की हत्या कर दी।
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