Bnp News Desk। CM Yogi in Varanasi उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तूफानी दौरा किया। बुधवार को गाजीपुर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के पश्चात वे वाराणसी पहुंचे। बीएचयू हेलीपैड पर उतरने के पश्चात वे सीधे अस्सी स्थित गोयंका संस्कृत महाविद्यालय में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर पहुंचे और वहां रह रहे लोगों से उनकी कुशलक्षेम पूछते हुए वार्ता की। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को पूरी तरह स्वस्थ एवं भरोसा देते हुए कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। किसी भी प्रकार से उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। हर संभव मदद सरकार उन्हें देगी।
CM Yogi in Varanasi उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राहत शिविर में रह रहे लोगों को किसी भी तरह से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। रहन-सहन एवं खानपान की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। सुबह नाश्ता के साथ-साथ दोपहर एवं रात्रि में भोजन के अलावा लोगों की आवश्यकता अनुसार सुविधाएं मुहैया कराई जाए। बच्चों को भी नियमित रूप से ब्रेड, दूध, बिस्किट कराई जाए। इसके अलावा शिविर में रह रहे लोगों की उनकी जरूरत एवं आवश्यकतानुसार चिकित्सा व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाए। इस राहत शिविर में 65 परिवारों के लगभग 250 से अधिक लोग आवासित हैं। मुख्यमंत्री ने सभी बाढ़ पीड़ितों को दो कार्टून में 40 किलोग्राम (1 मन) अनाज एवं अन्य खाद्य सामग्री एवं झोले में 10 किलो आलू उपलब्ध कराया गया। एक कार्टून में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो अरहर दाल, 500 ग्राम नमक, 50 ग्राम हल्दी पाउडर, 50 ग्राम धनिया पाउडर, 250 ग्राम दूध पाउडर एवं 2 लीटर रिफाइंड तेल तथा दूसरे कार्टून में 5 किलो लाई, 2 किलो भुना चना, 1 किलो गुड़, एक पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट तथा 02 अदद साबुन रहा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों को चॉकलेट, केला, बिस्किट दिये। मुख्यमंत्री के हाथ से चॉकलेट, केला, बिस्किट प्राप्त कर बच्चों के चेहरे चमक उठे।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व मंत्री एवं शहर दक्षिणी के विधायक डॉ0नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राम शर्मा आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्सी घाट से एनडीआरएफ के मोटर बोट से गंगा के विभिन्न घाटों एवं मोहल्लों में जाकर वाराणसी में आयी बाढ़ की विभीषिका को भी देखा। इस दौरान भी उनके साथ उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व मंत्री एवं शहर दक्षिणी के विधायक डॉ0नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राम शर्मा आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ की विभीषिका का जायजा लेने के पश्चात श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। दर्शन पूजन के बाद गंगा घाट पर जाकर उन्होंने बाढ़ के जलस्तर को देखा तथा तत्पश्चात श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुमुक्ष भवन में जाकर वहां रह रहे वृद्ध लोगो से मिले और उनका कुशलक्षेम पूछते हुए उन्हें अंगवस्त्रम एवं पुस्तकें भेंट की।
इस दौरान उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के दौरान उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, पूर्व मंत्री एवं शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विधायक पिण्डरा डॉ अवधेश सिंह, विधायक अजगरा त्रिभुवन राम, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जाने का निर्देश दिया
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा कर अब तक के कार्यों की सराहना की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जाने का निर्देश दिया। एनडीआरएफ, जल पुलिस सहित अन्य प्रशासनिक महकमे को पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दिया। उन्होंने संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति पूरे सितंबर तक हो सकती है। उन्होंने राहत शिविरों में रहन-सहन एवं खानपान की व्यवस्था के अतिरिक्त सुरक्षा के भी मुकम्मल इंतजाम किए जाने का निर्देश दिया। मुख्य रूप से महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया। मोबाइल चिकित्सा दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पूरी तरह सक्रिय एवं चक्रमण करती रहे। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि राहत शिविरों में चिकित्सकों एवं मोबाइल चिकित्सा टीम के पास एंटी स्नेक इंजेक्शन एवं अन्य विशैले जानवरों से काटने पर लगने वाले इंजेक्शन की उपलब्धता हर हालत में सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों से प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ पीड़ितों का हर संभव सहयोग एवं मदद किए जाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने पुलिस के अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित एवं बाढ़ राहत शिविरों में पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ायी जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कतिपय बीमारी से यदि पशु हानि होती है, तो पशुपालक को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए जाने का भी निर्देश दिया। राहत शिविरों में उन्होंने समुचित सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ का पानी उतरने के पश्चात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर सफाई एवं स्वच्छता कार्य कराया जाए। जिससे क्षेत्रों में संक्रामक बीमारी फैलने न पाए। उन्होंने बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त होने वाले सड़कों एवं गलियों की भी शीघ्र मरम्मत कराए जाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य का डिजिटल प्रेजेंटेशन किया।
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, पूर्व मंत्री एवं शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विधायक कैंट सौरभ श्रीवास्तव, विधायक पिण्डरा डॉ अवधेश सिंह, विधायक अजगरा त्रिभुवन राम, विधायक रोहनिया सुनील पटेल, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव के अलावा कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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CM Yogi in Varanasi
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का तूफानी दौरा किया। बुधवार को गाजीपुर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के पश्चात वे वाराणसी पहुंचे। बीएचयू हेलीपैड पर उतरने के पश्चात वे सीधे अस्सी स्थित गोयंका संस्कृत महाविद्यालय में बनाए गए बाढ़ राहत शिविर पहुंचे और वहां रह रहे लोगों से उनकी कुशलक्षेम पूछते हुए वार्ता की।
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