बीएनपी न्यूज डेस्क। lic employee union एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) के कर्मचारियों के क्षेत्रीय संगठन नार्थ सेंट्रल जोन इंश्योरेंस इम्प्लाइज फेडरेशन (एनसीजेडआइईएफ), उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड कार्यकारिणी समिति की बैठक शनिवार को भेलूपुर स्थित मण्डल कार्यालय परिसर में हुई। इसकी अध्यक्षता संजीव शर्मा ने की। बैठक की कार्यवाही का का शुभारंभ फेडरेशन के महामंत्री राजीव निगम ने 12 मंडलों से आए हुए मंडल प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
जोन के महामंत्री राजीव निगम ने देश की आर्थिक नीतियों पर चर्चा आरम्भ करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार के एकतरफा फैसलों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अलोकतांत्रिक ढ़ंग से एलआइसी के आइपीओ को लाने के सरकार के निर्णय से एलआईसी की छवि को नुकसान पहुंचा है। एलआईसी ने तेरहवीं पंचवर्षीय योजना में अभी तक 30 हजार करोड़ रुपये दिए हैं लेकिन 21 हजार करोड़ के लिए एलआईसी के 3.5 प्रतिशत शेयर को आइपीओ के माध्यम से विनिवेश किया गया। वैश्विक स्तर पर पूंजीपतियों के दबाव के कारण एलआईसी का विनिवेश किया जा रहा है और सरकार शेयरधारकों के हित में कार्य कर रही है, जबकि एलआईसी के 30 करोड़ पालिसीधारकों का हित को भी संरक्षित किया जाना आवश्यक है।
हमने लंबे समय तक एलआईसी के आईपीओ के खिलाफ अभियान जारी रखा और सांसदों और विधायकों को पत्र के माध्यम से हमने अपनी बात को संसद तक पहुंचाने का कार्य किया, परन्तु वर्तमान सरकार ने देश की जनता के बड़े वर्ग के विचारों को नजरअन्दाज कर आईपीओ को गलत समय पर (युक्रेन युद्ध) लाने का निर्णय लिया।
सरकार की नितियां लगातार वर्किंग क्लास के ऊपर हमले कर रही है। 2016 में इस सरकार ने नोटबन्दी का गलत निर्णय लिया। उस निर्णय ने देश की अर्थव्यवस्था को जबरदस्त आघात पहुंचाया। देश के संघीय ढ़ांचे को जीएसटी के अपरिपक्व तरीके से लागू करने के कारण नुकसान हुआ। पेट्रोलियम तथा एलपीजी के मुद्दे पर सरकार द्वारा कारपोरेट जगत के हित में निर्णय लिया गया जो आज महंगाई को चरम पर पहुंचा चुकी है। सत्ता ने मिडिया के साथ गठजोड़ कर देश के जनमानस में साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ दिया है।
किसानों के आन्दोलन, छात्रों के आन्दोलन, आंगनबाड़ी के कर्मियों तथा बैंक कर्मियों के आन्दोलन को जनता का समर्थन मिला, परन्तु सरकार ने मिडिया के माध्यम से इन आन्दोलनों को जनता के समक्ष गलत ढ़ंग से प्रस्तुत किया। हमारी जिम्मेदारी आज और अधिक बढ़ गई है। हमें सरकार की इन गलत नीतियों को जनता के बीच ले जाना होगा, जन जागरण करना होगा।
lic employee union बैठक की शुरुआत में विश्व की महान हस्तियों पं. शिव कुमार शर्मा, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबी उन तमाम शख्सियत को श्रद्धांजलि अर्पित की गई व दो मिनट का मौन रखा गया। इसके बाद प्रेरणा कलामंच के साथियों द्वारा जनगीत प्रस्तुत किया गया। दो दिवसीय इस जोन की कार्यकारिणी में वाराणसी सहित लखनऊ, इलाहाबाद, मेरठ, देहरादून, अलीगढ़, कानपुर, हल्दवानी, आगरा, फैजाबाद, बरेली तथा गोरखपुर के एलआईसी के शीर्ष नेतृत्व साथी अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। इस कार्यकारिणी में मुख्य रूप से एलआईसी के आईपीओ व नये वेतन समझौते पर चर्चाएं होंगी। यहाँ लिये गये निर्णय अखिल भारतीय स्तर के संगठन एआइआइईए की रायपुर में होने वाली बैठक दिनांक 24 जुलाई से 26 जुलाई में प्रस्तुत किया जायगा।
मुख्य वक्ताओं में महामंत्री राजीव निगम (कानपुर), अध्यक्ष संजीव शर्मा (मेरठ), जोनल महिला संयोजिका गीता शान्त (बरेली), रुपेश पाण्डेय (गोरखपुर), डीके पांडेय (हल्दवानी), नंदलाल शर्मा (देहरादून), संतोष विश्वकर्मा (इलाहाबाद), का. आलोक तिवारी (लखनऊ) तथा ललित शर्मा (अलीगढ़) विचार प्रस्तुत किए।
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