बीएनपी न्यूज डेस्क। दक्षिण अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को बनारस रेल इंजन कारखाना पहुंचा। पांच सदस्यीय दल ने बरेका में उपलब्ध निर्माण सुविधाओं को देखा। कारखाना के उच्चाधिकारियों की टीम के साथ बैठक कर इंजनों की गुणवत्ता पर चर्चा की और खरीद की इच्छा जताई।
इस दौरान बरेका की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया और अब तक अन्य देशों को निर्यात किए गए लोको के विवरण से जिम्बाब्वे के प्रतिनिधिमंडल को अवगत कराया गया। बैठक के बाद उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बरेका कार्यशाला की विभिन्न शापों जैसे न्यू ब्लाक शाप, इंजन टेस्ट शाप, लोको असेंबली शाप आदि का दौरा किया। कारखाना भ्रमण के दौरान प्रतिनिधिमंडल को लोकोमोटिव निर्माण के विभिन्न चरणों से अवगत कराया गया। प्रतिनिधिमंडल को बरेका में उपलब्ध अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं को भी दिखाया गया। ब्राड गेज लोकोमोटिव से परिवर्तित मानक गेज लोकोमोटिव का भी अवलोकन कराया गया। प्रतिनिधिमंडल बरेका में उपलब्ध डिजाइन क्षमताओं और निर्माण सुविधाओं से काफी प्रभावित हुआ।
जिम्बाब्वे के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में वहां के रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एडवोकेट मार्टिन तफ़ारा दीन्हा, बोर्ड सदस्य इलेश कुमार पटेल, रेलवे महाप्रबंधक रेस्पिना जिनांडुको, ट्रैक्शन एंड क्वालिटी महाप्रबंधक लवमोर कटोन्हा और क्षेत्रीय इंजीनियर त्सिएत्सी एनडलोवु आदि शामिल हैं। बैठक में बरेका के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर राजेश राय, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर/डीजल आरआर प्रसाद, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर/उत्पादन एवं विपणन नीरज जैन, मुख्य विद्युत इंजीनियर/निरीक्षण अनंत सदाशिव और मुख्य विद्युत इंजीनियर/लोको रणविजय ने भाग लिया।
दक्षिण अफ्रीकी देशों में बरेका के इंजन का है काफी जलवा
बरेका में बने रेल इंजनों का दक्षिण अफ्रीकी देशों में काफी जलवा है। माेजांबिक सहित अनेक देशों में बरेका के इंजन निर्यात किए गए हैं। बरेका अब तक कुल 171 इंजन 14 देशों में निर्यात कर चुका है। जिम्बाब्वे की उच्च स्तरीय टीम के इस दौरा के बाद वहां भी निर्यात की काफी उम्मीदें हैं।
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