BNP NEWS DESK। Cyber Crime वाराणसी, सारनाथ स्थित वाराणसी रेंज के साइबर थाने में प्रदेश में पहली बार अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। हिस्ट्रीशीट के जरिए साइबर ठगी के विभिन्न मामलों में नामजद अपराधियों पर निगरानी रखी जाएगी। इन अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट में भी केस दर्ज होगा। इस संबंध में जालसाजों के जिले की पुलिस से पत्राचार किया गया है।
आईजी रेंज के. सत्यनारायण ने साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के निर्देश जारी किए हैं। इस क्रम में चार अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खुली है। उनमें झारखंड के दुमका जिले के सरैयाहाट का प्रमोद कुमार मंडल, धनबाद में मनिया डीह का मंटू कुमार मंडल, बिहार में जहानाबाद जिले के बिगहा का चंदन सागर उर्फ चंदन कुमार और बलिया में हल्दी का संदीप कुमार चौबे उर्फ लकी है। झारखंड और यूपी के कई जिलों में सक्रिय प्रमोद कुमार पर जालसाजी के कुल 17 मुकदमे दर्ज हैं। मंटू पर आठ और चंदन व संदीप पर क्रमश पांच तथा तीन मुकदमे हैं।
पेंशन धारकों को बनाया निशाना झारखंड के जालसाजों ने पेंशनरों को निशाना बनाया था। उनसे जिले के कोषागार विभाग के कर्मचारी के रूप में पेंशन संबंधी सुधार के लिए ओटीपी मांगी थी। उन्होंने बलिया के सुरेमनपुर निवासी सुदर्शन राम के खाते से 40 लाख रुपये और बड़ागांव के छेदीलाल के खाते से 16 लाख रुपये निकाल लिए थे। सुदर्शन राम का बैंक अकाउंट वाराणसी में है।
तीन जिलों में अलग-अलग साइबर थाने होंगे
Cyber Crime आईजी रेंज के. सत्यनारायण ने बताया कि सारनाथ का साइबर थाना रेंज का पहला थाना है, जहां साइबर ठगों की हिस्ट्रीशीट खुली है। उन्होंने बताया कि चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर में भी साइबर थाने खोले जाएंगे ताकि रेंज के थाने पर मुकदमों का भार कम हो सके।
अब तक 119 मुकदमे दर्ज हुए
10 अगस्त 2020 को वाराणसी रेंज के लिए सारनाथ में साइबर थाना खुला। उसमें अब तक 119 मुकदमे दर्ज हुए हैं। उनमें 115 मुकदमों का निस्तारण हुआ है। प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के मामलों में करीब 52 लाख रुपये वापस हो चुके हैं।
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वाराणसी, सारनाथ स्थित वाराणसी रेंज के साइबर थाने में प्रदेश में पहली बार अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है।
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