BNP NEWS DESK। Ajay Rai कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की तरफ से उत्तर प्रदेश में किए गए एक बड़े संगठनात्मक फेरबदल के तहत कद्दावर जननेता एवं वाराणसी के पिंडरा विधानसभा से पांच बार के विधायक रहे अजय राय को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष चुना गया है । इस आशय का एक पत्र दोपहर बाद के सी वेणुगोपाल की तरफ से जारी किया गया ।
नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के लिए कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधीजी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी तथा राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी का हृदय से आभार प्रकट किया । उन्होंने कहा कि – शीर्ष नेतृत्व ने मुझमे जो विश्वास प्रकट किया है, उसके लिए मैं हृदय की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूं । मै अपनी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के निष्ठापूर्वक निर्वहन में अपनी पूरी ताकत झोंक दूंगा । मेरा सर्वोच्च लक्ष्य उत्तर प्रदेश में संगठन को पुनः पहले कि तरह खड़ा कर आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में संसदीय सीटों पर जीत दिलाना है । यह मेरा प्रण है ।
पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं
कांग्रेस नेता अजय राय दो बार वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। अजय ने 2014 में पहली बार और 2019 में दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ा था।
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ने वाले अजय राय को कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनाया है। कांग्रेस नेता अजय राय दो बार वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। अजय ने 2014 में पहली बार और 2019 में दूसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ा था। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र जारी कर उनके नाम की घोषणा की।
अजय राय का राजनीतिक सफर
Ajay Rai 1969 में वाराणसी में पैदा हुए अजय राय ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से की थी। 1996 से लेकर 2009 तक अजय राय भाजपा से जुड़े रहे। 1996 में वाराणसी के कोलअसला विधानसभा से अजय राय विधायक बने। इसके बाद अजय राय से वाराणसी की कोलअसला विधानसभा सीट कोई छीन नहीं पाया। 1996 से 2009 तक लगातार अजय राय कोलअसला से विधायक रहे।
इसके बाद 2009 में भाजपा नेताओं से मतभेद होने के चलते अजय राय ने पार्टी छोड़ दी थी। फिर अजय राय ने सपा का दामन थाम लिया। सपा में भी अजय राय ज्यादा दिनों तक नहीं ठहरे। फिर निर्दल चुनाव लड़े और पिंडरा से 2009 में विधायक बने। फिर अजय राय ने कांग्रेस का हाथ पकड़ते हुए पार्टी की सदस्यता ले ली।
2014 के लोकसभा चुनाव में अजय राय नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में अजय राय तीसरे स्थान पर आए थे। पिछले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी वाराणसी से पहले स्थान पर थे और आम आदमी पार्टी की तरफ से अरविंद केजरीवाल दूसरे पायदान पर थे। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में फिर से अजय राय पिंडरा की विधानसभा सीट से खड़े हुए। लेकिन यह चुनाव भी अजय राय हार गए। इसके बाद 2019 में फिर से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, इसमें भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
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कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की तरफ से उत्तर प्रदेश में किए गए एक बड़े संगठनात्मक फेरबदल के तहत कद्दावर जननेता एवं वाराणसी के पिंडरा विधानसभा से पांच बार के विधायक रहे अजय राय को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष चुना गया है ।
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