BNP NEWS DESK। Ayodhyadham प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से पूर्व रामनगरी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। अयोध्या जंक्शन का नाम बदल कर अयोध्याधाम कर दिया गया है। अब रामनगरी आना है, तो टिकट अयोध्याधाम रेलवे स्टेशन के नाम से कटवाना पड़ेगा।
Ayodhyadham प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व बदला अयोध्या जंक्शन का नामप्रधानमंत्री के आगमन से जुड़ी तैयारी के सिलसिले में गत 21 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी का दौरा किया था।
Ayodhyadham अयोध्या जंक्शन के निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्टेशन का नाम अयोध्याधाम करने का निर्देश दिया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने शासन को इसका प्रस्ताव बना कर भेजा।
शासन ने संस्तुति के साथ गृह मंत्रालय को पत्र लिखा जिसके बाद अयोध्या जंक्शन का नाम बदल कर अयोध्याधाम कर दिया गया है। सांसद लल्लू सिंह ने भी यह जानकारी एक्स पर साझा की है।
उन्होंने लिखा है कि अयोध्या जंक्शन हुआ अयोध्याधाम जंक्शन। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में नवनिर्मित भव्य अयोध्या अयोध्या जंक्शन का नाम जनभावनाओं की अपेक्षा के अनुरूप परिवर्तित किया गया है।Ayodhyadham
अयोध्या में राम मंदिर के सिंहद्वार के सामने होगा मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को पहले निर्धारित समय पर नवनिर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रतिभाग करेंगे। रामलला के विग्रह की विधि-विधान से प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद मोदी नवनिर्मित राम मंदिर के सिंहद्वार के सम्मुख अतिथियों को संबोधित करेंगे।
यह आयोजन भी ठीक भूमि पूजन की तरह ही होगा, हालांकि इस बार अतिथियों की संख्या अधिक होगी। पंडाल लगाने के लिए भूमि की नाप जोख हो चुकी है। व्यवस्था के अनुरूप अग्रिम कतार में देशभर से आ रहे संत-महात्मा बैठेंगे। इसके बाद ही अन्य विशिष्ट अतिथियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
राम मंदिर परिसर की तैयारी का दायित्व ट्रस्टी डा. अनिल कुमार मिश्र को दिया गया है। उन्हीं की देखरेख में मोदी के संबोधन स्थल पर विचार हो रहा है। पंडाल बनाने का खाका खींचा जा चुका है। सुरक्षा एजेंसियों की भी परिसर पर नजर है। डा. मिश्र ने बताया कि पीएम का संबोधन सिंहद्वार के सामने ही हो सकता है।
फिलहाल अतिथियों के बैठने की व्यवस्था पर विचार चल रहा है। मंच पर पीएम के अतिरिक्त संघ प्रमुख मोहन भागवत, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रहने की प्रबल संभावना है।
पूरे परिसर को पारंपरिक व आधुनिक तरीके सज्जित करने की तैयारी चल रही
कार्यक्रम के संचालन का दायित्व ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय पर होगा। दूसरी ओर प्राण प्रतिष्ठा को विधि विधान से संपादित करने के लिए ट्रस्ट पूरा संविधान बना रहा है। पूरे परिसर को पारंपरिक व आधुनिक तरीके सज्जित करने की तैयारी चल रही है।
प्राण प्रतिष्ठा समिति नित्य प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी की मानीटरिंग कर रही है। इन दिनों संघ के शीर्ष पदाधिकारी इस सिलसिले में यहां कैंप भी कर रहे हैं।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से पूर्व रामनगरी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है।
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