BNP NEWS DESK। Tirthankara Suparshva Nath गुरुवार जेष्ठ शुक्ल द्वादशी को जैन धर्म के सप्तम तीर्थंकर 1008 भगवान सुपार्श्व नाथ का जन्म कल्याणक महोत्सव भगवान सुपार्श्वनाथ की जन्मभूमि श्री भदैनी जी दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र पीछे प्रेम भव्यता के साथ मनाया गया।
जन्म कल्याणक महोत्सव प्रातः 7:15 बजे शुरू हुआ इस अवसर पर भेलूपुर दिगंबर जैन मंदिर से एक भव्य शोभायात्रा शिवाला होते हुए श्री सुपार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर छेदीलाल जैन ट्रस्ट पर पहुंची।
वहां पर भगवान का पंचामृत अभिषेक और शांति धारा हुई उसके बाद भव्य शोभायात्रा चांदी के रथ पर भगवान को विराजमान कर श्री भदैनी जी दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र पहुंची। वहां पर भगवान का 108 कलश में से जलाभिषेक और वृहद शांति धारा संपूर्ण विश्व में शांति हेतु अमन हेतु प्राणियों के मंगल हेतु और सर्वस्व सुख शांति वृद्धि हेतु बृहद शांति धारा की गई।
इसी अवसर पर नीचे प्रभु दास जैन घाट पर स्थापित प्राचीन चरण भगवान पार्श्वनाथ के उनका भी जलाभिषेक और पूजन किया गया
साईं काल 7 बजे भक्तांबर विधान का आयोजन 48 दीपों के माध्यम से दीपा रचना कार्यक्रम हुआ। भगवान सुपार्श्वनाथ एवं 24 तीर्थंकर की भव्य आरती की गई और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संपन्न हुए।
इस जन्म कल्याणक महोत्सव पर प्रमुख रूप से विमल कुमार जैन प्रबंधक प्रोफ़ेसर फूल चंद जैन, प्रोफेसर अशोक कुमार जैन, प्रोफ़ेसर कमलेश कुमार जैन, अरुण कुमार जैन, डॉ पीके जैन, सुरेंद्र कुमार जैन, पुस्तकालय अध्यक्ष विनोद जैन, चांदी वाले रज्जू भैया सूर्य प्रकाश, डॉ वीरचंद्र अग्रवाल, सत्य प्रकाश समीर, आनंद जैन, कोमल चंद जै, पारस जैन, अमन जैन, किशोर कांत गोरा वाला, राहुल जैन नाइजीरिया मुकुल जैन विनय कुमार जैन, करुणा जैन, वीणा जैन, डॉ निर्मला जैन, शशी जैन, मनोरमा जैन, विनीता अग्रवाल, उत्कर्षा जैन, स्मृति जैन, आशा जैन, क्रांति जैन, मुन्नी पुष्पा जैन आदि के अलावा दिगंबर जैन समाज काशी के धर्मावलंबी एवं बाहर से आए हुए जैन समाज के धर्मावलंबियों ने इस जन्म कल्याणक महोत्सव में शामिल होकर धर्म लाभ लिया।
जन्मोत्सव एवं तब कल्याणक का कार्यक्रम श्री भदैनी जी दिगंबर जैन शिक्षित के महाप्रबंधक सुरेंद्र कुमार जैन के आचार्यत्व मैं संपन्न हुए।९
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Tirthankara Suparshva Nath
गुरुवार जेष्ठ शुक्ल द्वादशी को जैन धर्म के सप्तम तीर्थंकर 1008 भगवान सुपार्श्व नाथ का जन्म कल्याणक महोत्सव भगवान सुपार्श्वनाथ की जन्मभूमि श्री भदैनी जी दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र पीछे प्रेम भव्यता के साथ मनाया गया।
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