BNP NEWS DESK। AQI in Varanasi लगातार यलो जोन में रहने के बाद शहर की हवा अब ऑरेंज जोन की ओर बढ़ चली है। प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि सुबह और शाम की हवा में धूल कणों की मात्रा सबसे ज्यादा है। शहर में सबसे अधिक प्रदूषित इलाका मलदहिया है और वह ऑरेंज जोन के मुहाने तक पहुंच गया है।
AQI in Varanasi मलदहिया का एयर क्वालिटी इंडेक्स रविवार को सुबह 199 और शाम को 175 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के समीर एप के आंकड़ों के अनुसार रविवार की रात नौ बजे मलदहिया का एयर क्वालिटी इंडेक्स 175 था। इसमें पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 333, पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 164, कार्बन की अधिकतम मात्रा 144 और सल्फर की अधिकतम मात्रा 27 थी।
सुबह नौ बजे मलदहिया का एक्यूआई 199 दर्ज किया गया। इसमें पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 309, पीएम 10 की मात्रा 139, कार्बन की मात्रा 144 और सल्फर की मात्रा 34 रही। भेलूपुर का एक्यूआई 146 दर्ज किया गया। पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 279, पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 233, कार्बन की अधिकतम मात्रा 120, सल्फर की अधिकतम मात्रा 38 रही। AQI in Varanasi
बीएचयू में भी दर्ज किया गया एक्यूआई
अर्दली बाजार का एक्यूआई 120 था। इसमें पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 199, पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 123, नाइट्रोजन की अधिकतम मात्रा 114, कार्बन की अधिकतम मात्रा 125 और सल्फर की अधिकतम मात्रा 18 रही। बीएचयू का एयर क्वालिटी इंडेक्स 84 दर्ज किया गया।
बीएचयू के विज्ञानी प्रो. बीडी त्रिपाठी ने बताया कि शहर के कुछ इलाकों की हवा धूल कणों के साथ ही कार्बन की मात्रा भी बढ़ी है। सुबह और शाम को तापमान कम होने के कारण एक्यूआई भी बढ़ रहा है। चिकित्साधिकारी डाॅ. अतुल सिंह ने बताया कि हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ़ने से सुबह और शाम को बाहर निकलना स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों के साथ ही श्वासं के रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
एक्यूआई बढ़ने के कारण
– सड़क निर्माण कार्य में नहीं हो रहा मानकों का पालन
– निर्माण कार्य के दौरान उड़ रही धूल
– शादी विवाह के कारण बढ़ी है शहर में वाहनों की संख्या
– जाम के कारण भी हवा में बढ़ी है प्रदूषक तत्वों की मात्रा
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